NEUTRALISATION OF STRON ACID AND STRONG BASE
What is Heat of Neutralization -
ऐसी कोई अभिक्रिया जिसमें एक अम्ल + तथा एक क्षार मिलकर ➝ लवण और जल बनाते है । इस प्रकार की अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं ।
(या)
किसी तनु विलयन (Dilute solution ) में 1 ग्राम तुल्यांक अम्ल तथा 1 ग्राम तुल्यांक क्षार की अभिक्रिया करानें पर जितनी ऊर्जा उत्सर्जित होती है , उसे उदासीनीकरण ऊष्मा कहते हैं . तथा इसे ( ΔH neu ) से प्रदर्शित करते हैं ।
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NEUTRALIZAION IMAGE |
उदाहरण -
(1) प्रबल अम्ल + प्रबल क्षार → लवण + जल
ΔH = -13.7 kcal
जहाँ kcal = (kilo calorie - किलो-कैलोरी) होता है ।
(2) HNO3(aq.) + NaOH(aq.) → NaNO3(aq.)+ H2O + 13.7 kcal
(3) HCl(aq.) + NaOH(aq.) → NaCl(aq.) + H2O + 13.7 kcal
(4) CH3COOH(aq.) + NH4OH(aq.) → CH3COONH4 + H2O + 13.4 kcal
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NEUTRALIZATION REACTION |
प्रबल अम्ल तथा प्रबल क्षार की उदासीनीकरण ऊष्मा का मान 13.7 kcal (स्थिर) होता है क्योंकि आयनिक सिद्धान्त के आधार पर प्रबल अम्ल से प्राप्त (H+) आयन तथा प्रबल क्षार से प्राप्त (OH-) आयन परस्पर अभिक्रया करके अल्प अयनित जल (H2O) के अणु बनाते हैं , जिनमें 13.7 kcal ऊष्मा उत्पन्न होती है।
अत: प्रत्येक पदार्थ की उत्पादन ऊष्मा का मान स्थिर रहता है , परन्तु प्रबल अम्ल तथा दुर्बल क्षार (strong acid & weak base) और दुर्बल अम्ल तथा प्रबल क्षार (weak acid & strong base) की उदासीनीकरण ऊष्मा का मान 13.7 kcal से कम होता है क्योंकि ऊष्मा का कुछ अंश दुर्बल अम्ल या दुर्बल क्षार के पूर्ण आयनन करने मे व्यय (खत्म) खत्म हो जाता है ।
HCl + NaOH ➝ NaCl + H2O + 13.7 kcal
आयनन पर ,
H+ + Cl- + Na+ + OH- ➝ Na+ + CL- + H2O + 13.7 kcal
आयनों को निरस्त करने पर
H+ + OH- ➝ H2O + 13.7 kcal
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NEUTRALIZAION IMAGE |
अत: प्रबल अम्ल तथा प्रबल क्षार की उदासीनीकरण ऊष्मा का मान 13.7 kcal होता है ।
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